Happy Teachers Day poem
भटक गया था रास्ते से मै
मेरी गुरु ने मुझे रास्ता दिखाया
चलना तो मां-बाप ने सिखाया पर
गुरु ने मुझे अपने जीवन का
असली मकसद बताया
गलत काम अगर मै कोई भी करो
तो मुझे दाग लगाते हैं
थोड़ी देर बाद फिर मुझे
अपनी गलती का
एहसास कराते हैं
गुरु है अगर साथ में
तो अपने आप को
हल्का ना तुम आकिए
गुरुओं ने तो सदा ही
बड़े-बड़े काम किया है
महाभारत जैसे युद्ध में भी
गुरु ने अपने नाम किया है,
इस जगत में गुरु की महिमा
अपरंपार है
उन्हीं की दुआओं से चलता
यह संसार है
गुरु बिन ज्ञान है अधूरा
उन्हीं से सीख कर करूंगा
मैं अब अपना मकसद पूरा
जिंदगी भर वह हमें
यूं ही बिना किसी
भेदभाव के सिखाते हैं ,
इसलिए तो वो गुरु कहलाते हैं ।
हैप्पी टीचर्स डे🙏
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