love shayari
* महबूब की याद में रोती हुयी आंँखों पर शायरी रात भर रोती रही वो आंँखें , जाने किसकी याद में जागती रहे वो आँखें। **** आशिको की अब क्या कीमत लगायी जाये की हर आंसू के गिरते , किसी को पुकारते रहे वो आंँखें। **** पलकों पे तस्वीर लिए महबूब का, तरसती रही वो आंँखें । **** कहना चाहा बहुत कुछ, पर खामोश रही वो आँखों। **** उन आंखों को चाहिए था दीदार अपने महबूब का जो रूठ के चला गया हैं कहीं दूर , उसके लौट आने की राह तख्ती रही वो आंँखें....।। Sad shayari poems for him ,sad poems, shayari for her, shayari on eyes * जो मिला मुसाफ़िर वो रास्ते बदल डाले दो क़दम पे थी मंज़िल फ़ासले बदल डाले **** आसमाँ को छूने की कूवतें जो रखता था आज है वो बिखरा सा हौंसले बदल डाले **** शान से मैं चलता था कोई शह कि तरह आ गया हूं दर दर पे क़ाफ़िले बदल डाले **** फूल बनके वो हमको दे गया चुभन इतनी कांँटों से है दोस्ती आब आसरे बदल डाले **** इश्क़ ही ख़ुदा है सुन के थी आरज़ूआई ख़ूब तुम ख़ुदा निकले वाक़िये बदल डाले । Hindi poems Zindagi poe